ACB टिम की बिलासपुर में बड़ी कार्यवाही रिश्वत लेते पकड़े गए दो लोग

ACB की टिम की बिलासपुर में बड़ी कार्यवाही
बिलासपुर से आज एक अनोखा मामला सामने आया है ACB की टिम की बिलासपुर में बड़ी कार्यवाही
सरपंच और सचिव को 18 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए क्या गया गिरफ्तार। NOC और नक्शा के लिए 1800/-
रिश्वत शिकायतकर्ता से मांग की थी। जिसपे कार्यवाही में रिश्वत लेते पकड़े गए।


जानकारी के अनुसार लुकेश कुमार बघेल, रायपुर संतोषी नगर,का निवासी द्वारा एन्टी करप्शन ब्यूरो रायपुर के कार्यालय में इस मामले की शिकायत की थी कि उसके नाम पर ग्राम डोमा, तहसील व जिला रायपुर में जमीन है। जिस पर वह आवास बनना चाहता है जिसके लिए  लिये बैंक लोन लेने के लिए पंचायत से एन.ओ.सी. व नक्शे की आवश्यकता पड़ रही थी। इसके लिए उसने ग्राम पंचायत डोमा के सचिव धमेन्द्र कुमार साहू से सम्पर्क कर  एन.ओ.सी. व नक्शे बनाने को कहा पंचायत-सचिव ने आवेदन व अन्य दस्तावेज अपने पंचायत कार्यालय में जमा करने के लिए कहा और साथ ही 18000 रु० रिश्वत की भी मांग की।

 प्रार्थी रिश्वत नहीं देता चाहता था, बल्कि रिश्वत लेते सचिव और सरपंच को रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था।जिसके लिए प्रार्थी ने ABC में शिकायत कर दी शिकायत के बाद ACB ने इस मामले का सत्यापन कराया और सही पाए जाने पर सचिव को रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई गई। जिसके लिए दिनांक 05.08.2024 को ACB ने केमिकल लगा नोट देकर प्रार्थी को आरोपी पंचायत सचिव धर्मेन्द्र कुमार साहू के पास उसके पंचायत कार्यालय दस्तावेज के साथ में भेजा दिया गया। कार्यालय में आरोपी धर्मेन्द्र कुमार साहू ने स्वयं ही रिश्वत न लेते हुए अपने ही कक्ष में उपस्थित ग्राम डोमा के सरपंच देव सिंह बघेल को रिश्वत की रकम 18000 रु० देने कहा। प्रार्थी ने रकम की राशि 18000 रूपए सरपंच बघेल को दे दिये। जिसके  बाद ACB की टिम ने कार्यालय में दोनों ही आरोपी धमेन्द्र कुमार साहू, पंचायत सचिव, ग्राम पंचायत डोमा एवं सरपंच देव सिंह बघेल को 18000 रू० रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया।और  दोनों ही आरोपियों को तुरंत गिरफ्‌तार कर लिया गया है जिसके बाद आरोपियों के विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है। प्रार्थी की सूझबूझ से आरोपी पकड़े गए।


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