बंगाल बंद पर: हिंसक झड़प, BJP नेताओं की गिरफ्तारी

बंगाल बंद पर: हिंसक झड़प, BJP नेताओं की गिरफ्तारी
पश्चिम बंगाल में BJP के द्वारा किए गए बंद ने राज्य में राजनीतिक और सामाजिक तनाव को एक बार फिर उजागर कर दिया है। इस बंद के दौरान हुई हिंसक झड़पों और BJP नेताओं की गिरफ्तारी ने पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया है। 

बंगाल बंद का कारण
 कोलकाता में हुए डॉक्टर की दुष्कर्म और हत्या के खिलाफ बीजेपी ने प्रदर्शन करते हुए बुलाए गए 12 घंटे के ‘बंगाल बंद’ को सफल बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP)के कार्यकर्ताओं का बुधवार को पुलिस से झड़प हुई बीजेपी के कार्यकर्ताओ द्वारा बंद को सफल बनाने की पूरी कोशिश किया गया।


बंद का असर- 
पश्चिम बंगाल में इस बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला।बुधवार को हुए इस प्रदर्शन में सुबह से ही सड़कों और रेल की पटरियों को बाधित करने की कोशिश किया गया।

कई बड़े बीजेपी नेता को हिरासत में लिया गया।
 पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यसभा सदस्य रूपा गांगुली और लॉकेट चटर्जी तथा राज्यसभा सदस्य समिक भट्टाचार्य एवं विधायक अग्निमित्रा पॉल और कई बड़े बीजेपी नेताओं को पुलिस द्वारा प्रदर्श से रोकने के लिए हिरासत में लिया गया।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
इस घटना पर विभिन्न राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएँ भी सामने आईं। BJP ने राज्य सरकार पर लोकतंत्र का गला घोंटने का आरोप लगाया, जबकि (TMC) ने BJP पर राज्य में अशांति फैलाने का आरोप लगाया। अन्य विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त की और राज्य सरकार की आलोचना की। ममता बनर्जी ने कोलकाता की एक रैली में बुधवार को कहा कि बंगाल में अगर आग लगाएंगे, तो असम भी नहीं बचा रहेगा। बंगाल अगर जलेगा, तो असम, बिहार, झारखंड, यूपी, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे।

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