Article 370 बन गया इतिहास, अब कभी वापस नहीं आएगा: गृह मंत्री अमित शाह का ऐतिहासिक घोषणा पत्र

Article 370 बन गया इतिहास, अब कभी वापस नहीं आएगा: गृह मंत्री अमित शाह का ऐतिहासिक घोषणा पत्र

6 सितंबर 2024 को, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) का घोषणा पत्र जारी किया। इस अवसर पर उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अनुच्छेद 370 अब इतिहास बन चुका है और इसकी कभी वापसी नहीं होगी

अनुच्छेद 370 का इतिहास:

अनुच्छेद 370, भारतीय संविधान का एक विशेष प्रावधान था, जो जम्मू-कश्मीर को विशेष स्वायत्तता प्रदान करता था। यह अनुच्छेद 1949 में संविधान में शामिल किया गया था और इसके तहत जम्मू-कश्मीर को एक अलग संविधान, एक अलग ध्वज और स्वायत्तता का अधिकार प्राप्त था।

अनुच्छेद 370 का निरसन:

5 अगस्त 2019 को, भारत सरकार ने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया, जिससे जम्मू-कश्मीर की विशेष स्वायत्तता समाप्त हो गई। इस कदम का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर को भारत के अन्य राज्यों के समान अधिकार और विकास के अवसर प्रदान करना था।

घोषणा पत्र का मुख्य बिंदु:

अमित शाह ने घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 अब इतिहास बन चुका है और इसकी कभी वापसी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद जम्मू-कश्मीर के युवाओं को आतंकवाद और हिंसा की ओर धकेलता था

विकास और शांति का नया युग:

अमित शाह ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास का नया युग शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि 2014 से 2024 का कालखंड जम्मू-कश्मीर के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा

भाजपा के 25 संकल्प:

घोषणा पत्र में भाजपा ने 25 संकल्प जाहिर किए हैं, जिनमें आतंकवाद का सफाया, किसानों और महिलाओं के लिए कैश ट्रांसफर, और पंचायत चुनावों के माध्यम से लोकतंत्र की बहाली शामिल हैं

राहुल गांधी पर निशाना:

अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि क्या कांग्रेस पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के एजेंडे के साथ सहमत है या नहीं

अमित शाह के इस घोषणा पत्र ने स्पष्ट कर दिया है कि अनुच्छेद 370 अब इतिहास बन चुका है और इसकी कभी वापसी नहीं होगी। भाजपा ने जम्मू-कश्मीर के विकास और शांति के लिए अपने संकल्प जाहिर किए हैं और जनता से समर्थन की अपील की है

इस घोषणा पत्र के माध्यम से भाजपा ने यह संदेश दिया है कि जम्मू-कश्मीर का भविष्य उज्ज्वल है और यह राज्य अब आतंकवाद और हिंसा से मुक्त होकर विकास की ओर अग्रसर है


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